बहुत याद आता है "सेठु दीदी" तुम्हारा मुझे "भाई" कहके बुलाना.... वो मद्धम सा मुस्कुराना और वो झूठ-मूठ का गुस्सा दिखाना.... समझना मेरी हर बात को और मुझे हर बात समझाना.... वो लड़ना तेरा मुझसे और फिर प्यार जताना.... http://ift.tt/1EJkOTZ
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